सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को एक निजी मेडिकल कॉलेज के खिलाफ कुछ सख्त टिप्पणियां कीं, जिस पर मरीजों के बढ़े हुए सेवन को दर्शाने के लिए रिकॉर्ड में हेराफेरी करने का आरोप लगाया गया था। [राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग बनाम चुडामन पाटिल मेमोरियल मेडिकल कॉलेज]।
न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली एक पीठ ने देखा कि कैसे आरोप सीधे हिंदी फिल्म मुन्नाभाई एमबीबीएस से बाहर लग रहे थे।
जस्टिस चंद्रचूड़ ने कॉलेज की ओर से पेश हुए डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी से कहा "यह एक ऐसा मामला है जहां बाल चिकित्सा वार्ड में सभी बच्चों को बिना किसी समस्या के भर्ती कराया गया था। क्या आपने मुन्नाभाई एमबीबीएस फिल्म देखी है? अस्पताल में नकली मरीज कैसे थे ? मकर संक्रांति पर बीमारी खत्म नहीं होती है। यह मिस्टर सिंघवी के रिकॉर्ड में हेराफेरी करने का मामला है।"
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[Hospital admitting fake patients] Have you seen Munnabhai MBBS? Supreme Court to medical college