सुप्रीम कोर्ट के 33 में से 21 न्यायाधीशों ने सोमवार को अपनी संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक कर दिया।
संपत्ति का ब्यौरा शीर्ष न्यायालय की वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया।
न्यायपालिका में भ्रष्टाचार के हालिया आरोपों, खास तौर पर जस्टिस यशवंत वर्मा विवाद के बाद, 1 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट की पूर्ण पीठ ने फैसला किया कि जजों की संपत्ति का विवरण शीर्ष अदालत की आधिकारिक वेबसाइट पर सार्वजनिक डोमेन में रखा जाएगा।
इसके बाद कल विस्तृत जानकारी प्रकाशित की गई।
हालांकि, 12 जजों के बयान अभी तक सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।
सुप्रीम कोर्ट के अनुसार:
“पहले से प्राप्त जजों की संपत्ति का विवरण अपलोड किया जा रहा है। अन्य जजों की संपत्ति का विवरण वर्तमान संपत्ति विवरण प्राप्त होने पर अपलोड किया जाएगा।”
संपत्ति का विवरण यहां पढ़ा जा सकता है,
1. Justice Sanjiv Khanna, Chief Justice of India View
2. Justice Bhushan Ramkrishna Gavai View
3. Justice Surya Kant View
4. Justice Abhay S. Oka View
5. Justice Vikram Nath View
6. Justice JK Maheshwari NA
7. Justice BV Nagarathna NA
8. Justice M.M. Sundresh View
9. Justice Bela M.Trivedi View
10. Justice Pamidighantam Sri Narasimha View
11. Justice Sudhanshu Dhulia View
12. Justice Jamshed Burjor Pardiwala View
13. Justice Dipankar Datta NA
14. Justice Pankaj Mithal View
15. Justice Sanjay Karol View
16. Justice Sanjay Kumar View
17. Justice Ahsanuddin Amanullah NA
18. Justice Manoj Misra NA
19. Justice Rajesh Bindal View
20. Justice Aravind Kumar NA
21. Justice Prashant Kumar Mishra NA
22. Justice K.V. Viswanathan View
23. Justice Ujjal Bhuyan View
24. Justice S. Venkatanarayana Bhatti View
25. Justice Satish Chandra Sharma NA
26. Justice Augustine George Masih View
27. Justice Sandeep Mehta View
28. Justice Prasanna Bhalachandra Varale NA
29. Justice N Kotiswar Singh NA
30. Justice R Mahadevan NA
31. Justice Manmohan View
32. Justice K Vinod Chandran View
33. Justice Joymalya Bagchi NA
इससे पहले, वेबसाइट पर केवल उन न्यायाधीशों के नाम ही प्रदर्शित होते थे, जिन्होंने मुख्य न्यायाधीश के समक्ष अपनी सम्पत्ति की घोषणा की थी।
2009 में सुप्रीम कोर्ट की एक पूर्ण पीठ ने न्यायाधीशों द्वारा प्रस्तुत संपत्ति के विवरण का खुलासा करने का फैसला किया था। हालाँकि, इस प्रक्रिया में स्वैच्छिक घोषणा शामिल थी।
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