आजतक ने बताया कि उत्तर प्रदेश के एक न्यायाधीश को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने कथित तौर पर अधिकारियों को उनकी जमीन पर कब्जा करने से रोकने के लिए निलंबित कर दिया था।
सुल्तानपुर के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार शुक्ला को अपनी पुश्तैनी जमीन की रक्षा के लिए खुदाई करने वाले के सामने पड़े देखे जाने के बाद 3 अप्रैल, 2022 से निलंबित कर दिया गया था।
एडीजे ने मीडिया से कहा, "मैं एक कानून अधिकारी हूं, यह मेरी पुश्तैनी जमीन है जिस पर कब्जा किया जा रहा है, यह गलत है, 2013 में जमीन का अधिग्रहण नियमों के खिलाफ है। डीएम का आदेश भ्रष्ट आदेश है।"
घटना के कुछ ही देर बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोकप्रिय माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर इस घटना का तत्काल संज्ञान लेने का आह्वान किया और कहा कि यह खराब कानून-व्यवस्था की स्थिति का उदाहरण है।
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Allahabad High Court suspends UP judge who lay in front of JCB to protect his land