बॉम्बे हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता गोविंद पानसरे की हत्या की जांच महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) को स्थानांतरित करने की मांग की गई है।
पानसरे की बेटी और बहू ने याचिका दायर कर मामले की जांच कर रहे महाराष्ट्र आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) से एटीएस को जांच स्थानांतरित करने की मांग की है।
पानसरे की ओर से पेश हुए वकील अभय नेवागी ने जस्टिस रेवती मोहिते डेरे और वीजी बिष्ट की बेंच के समक्ष दावा किया कि पानसरे और नरेंद्र दाभोलकर, एमएम कलबुर्गी और गौरी लंकेश जैसे अन्य कार्यकर्ताओं की हत्याओं में एक बड़ी साजिश है, जिसकी जांच होनी चाहिए।
नेवागी ने यह भी कहा कि चूंकि दाभोलकर का मुकदमा पहले ही शुरू हो चुका है, इसलिए जांच को स्थानांतरित नहीं किया जा सकता है, लेकिन पानसरे का हो सकता है।
पीठ ने राज्य को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
याचिका में कहा गया है कि चारों हत्याएं आपस में जुड़ी हुई हैं और इन हमलों का मास्टरमाइंड आम है।
याचिका में कहा गया है, "इसलिए, सभी अपराधों के मास्टरमाइंड को खोजने के लिए एटीएस को जांच स्थानांतरित करने के लिए आवेदक इस आवेदन को दायर करने के लिए विवश हैं।"
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