Supreme Court, PMLA Judgement 
समाचार

[ब्रेकिंग] पीएमएलए के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर

भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना के समक्ष सोमवार को याचिका का उल्लेख किया गया, जो मामले को सूचीबद्ध करने के लिए सहमत हुए।

Bar & Bench

धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों की संवैधानिक वैधता को बरकरार रखने वाले शीर्ष अदालत के 27 जुलाई के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक समीक्षा याचिका दायर की गई है।

भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) एनवी रमना के समक्ष सोमवार को याचिका का उल्लेख किया गया, जो मामले को सूचीबद्ध करने के लिए सहमत हुए।

"क्या यह जस्टिस खानविलकर के फैसले पर है," CJI ने पूछा

"हाँ," मामले का उल्लेख करने वाले वकील ने जवाब दिया।

"ठीक है, हम इसे सूचीबद्ध करेंगे," CJI ने कहा।

सुप्रीम कोर्ट ने 27 जुलाई को पीएमएलए के प्रावधानों की वैधता को बरकरार रखा था।

फैसले में मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में सख्त जमानत शर्तों को बरकरार रखा गया, जो सुप्रीम कोर्ट के पहले के फैसलों के विपरीत था।

आलोचकों ने तर्क दिया है कि निर्णय संविधान के अनुच्छेद 20 और 21 द्वारा प्रदान की गई बुनियादी सुरक्षा के खिलाफ है।

और अधिक पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें


[BREAKING] Review petition filed before Supreme Court against PMLA judgment