सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने अन्य उच्च न्यायालयों से दिल्ली उच्च न्यायालय में तीन न्यायाधीशों की नियुक्ति की सिफारिश की है।
कॉलेजियम ने 25 और 26 अगस्त को हुई अपनी बैठकों में यह निर्णय लिया।
दिल्ली उच्च न्यायालय में स्थानांतरण के लिए अनुशंसित न्यायाधीशों में राजस्थान उच्च न्यायालय से न्यायमूर्ति दिनेश मेहता और अवनीश झिंगन और केरल उच्च न्यायालय से न्यायमूर्ति चंद्रशेखरन सुधा शामिल हैं।
यह अन्य उच्च न्यायालयों से दिल्ली में स्थानांतरण के पहले के दौर के तुरंत बाद हुआ है।
अन्य उच्च न्यायालयों से स्थानांतरित होने के बाद हाल ही में छह न्यायाधीशों, न्यायमूर्ति वी. कामेश्वर राव, नितिन वासुदेव साम्ब्रे, विवेक चौधरी, ओम प्रकाश शुक्ला, अनिल क्षेत्रपाल और अरुण कुमार मोंगा ने दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी।
इससे बार की चिंताएँ बढ़ गई थीं कि इस कदम से स्थानीय अधिवक्ताओं के लिए बेंच में पदोन्नति के अवसर कम हो रहे हैं।
दिलचस्प बात यह है कि पिछले महीने दिल्ली उच्च न्यायालय में शपथ लेने वाले छह न्यायाधीशों में से, न्यायमूर्ति मोंगा को अब कॉलेजियम ने फिर से केरल उच्च न्यायालय में स्थानांतरित करने की सिफारिश की है।
उनका मूल उच्च न्यायालय पंजाब और हरियाणा है।
[कॉलेजियम का बयान पढ़ें]
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