जम्मू और कश्मीर उच्च न्यायालय ने शनिवार को आभासी सुनवाई के माध्यम से केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख से मामलों को लेना शुरू कर दिया, जिससे वादकारियों और वकीलों को लद्दाख से ही पेश होने और अपने मामलों की पैरवी करने की अनुमति मिल गई।
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश ताशी रबस्तान, जो लद्दाख के रहने वाले हैं, ने वर्चुअल रूप से लद्दाख के मामलों की सुनवाई करके पहल की शुरुआत की।
पीठ के समक्ष आज छह मामले सूचीबद्ध थे, जिनमें वर्चुअल कार्यवाही की गई।
उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार (आईटी) अनूप कुमार शर्मा ने बार एंड बेंच को बताया कि भविष्य में लद्दाख के मामलों की वर्चुअल सुनवाई एक नियमित विशेषता होगी।
शर्मा ने कहा कि उच्च न्यायालय द्वारा लद्दाख के लोगों के लिए इस तरह की सुविधा शुरू करने का उद्देश्य वादियों और वकीलों की पीड़ा को कम करना है, जिन्हें पहले अपने संबंधित मामलों में पेश होने के लिए जम्मू और श्रीनगर की यात्रा करनी पड़ती थी।
उन्होंने कहा कि इससे मामले में दोनों पक्षों के लिए वित्तीय रूप से व्यवहार्य होने के अलावा समय की बचत होगी।
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Jammu and Kashmir High Court rolls out virtual hearing of cases from Ladakh