दिल्ली उच्च न्यायालय ने प्रारंभिक आवेदन शुल्क के भुगतान पर घर से काम करने की पेशकश करके जनता को ठगने की प्रथा में लिप्त डोमेन नाम https://india-mart.co के तहत पंजीकृत एक धोखाधड़ी वाली वेबसाइट को तत्काल अवरुद्ध करने का निर्देश दिया है। (इंडियामार्ट इंटरमेश लिमिटेड बनाम समीर समीम खान)
न्यायमूर्ति प्रतिभा सिंह ने उद्योग, उत्पादों और सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए मुफ्त और सशुल्क लिस्टिंग के साथ एक इंटरनेट-आधारित मार्केटप्लेस प्रदान करने वाले बिजनेस-टू-बिजनेस (बी2बी) पोर्टल इंडियामार्ट के पक्ष में एक पक्षीय विज्ञापन अंतरिम निषेधाज्ञा पारित की।
कोर्ट ने पाया कि प्रतिवादी की वेबसाइट स्पष्ट रूप से बंद हो रही है और खुद को इंडियामार्ट के प्रतिनिधि के रूप में गलत तरीके से पेश करके और नौकरी के अवसरों के बदले में धन इकट्ठा करके धोखाधड़ी की गतिविधियों में लिप्त है।
कोर्ट ने कहा, "अदालत के लिए यह स्पष्ट है कि प्रतिवादी नंबर 1 पूरी तरह से पास हो रहा है और खुद को वादी / वादी के प्रतिनिधि के रूप में दिखाकर और कथित तौर पर नौकरी के अवसरों की पेशकश करके विभिन्न रकम इकट्ठा करके धोखाधड़ी की गतिविधि में लिप्त है।"
इस प्रकार यह माना गया कि इंडियामार्ट ने निषेधाज्ञा देने के लिए प्रथम दृष्टया मामला सफलतापूर्वक बनाया था।
इसके अतिरिक्त, कोर्ट ने फर्जी वेबसाइट को तत्काल ब्लॉक करने और डोमेन नाम, https://india-mart.co/ को लॉक करने और निलंबित करने का आदेश दिया।
कोर्ट ने डोमेन नेम रजिस्ट्रार, गोडैडी को उस व्यक्ति के ब्योरे को रिकॉर्ड में रखने को कहा, जिसने एक सप्ताह के भीतर डोमेन नाम पंजीकृत किया था।
इसके अलावा, सहायक पुलिस आयुक्त, साइबर अपराध इकाई को मामले की जांच करने और सुनवाई की अगली तारीख तक एक स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया गया था।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के वकील ने अदालत को आश्वासन दिया कि प्रतिवादी का बैंक खाता तुरंत बंद कर दिया जाएगा।
मामले की अगली सुनवाई 27 सितंबर 2022 को होगी।
[आदेश पढ़ें]
और अधिक पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें
Delhi High Court directs blocking of website offering fake 'work from home' jobs