मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन ने उच्च न्यायालय जबलपुर के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर वर्तमान न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजीव कुमार दुबे के कामकाज पर अपना असंतोष व्यक्त किया है।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रमन पटेल और सचिव मनीष तिवारी द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में आरोप लगाया गया है कि न्यायाधीश ने बार के सदस्यों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की और मामलों में राहत देने के इच्छुक नहीं हैं।
पत्र मे कहा गया है कि, "हमें माननीय न्यायमूर्ति दुबे के खिलाफ कई अन्य मुद्दों जैसे अपमानजनक टिप्पणी, अपमानजनक व्यवहार, पूर्व कठोर मानसिकता, मामलों को अच्छी तरह से सुनने के लिए अनिच्छा के बारे में कई अन्य शिकायतें प्राप्त हो रही हैं।"
पत्र में यह भी कहा गया है कि हालांकि बिरादरी उन मामलों में राहत की उम्मीद नहीं करती है जिनमें यह कानूनी रूप से उचित नहीं है, न्यायमूर्ति दुबे अपने सामने 5-10% मामलों में ही राहत देते हैं। वकीलों का कहना है कि इससे बिरादरी में असंतोष पैदा करने की प्रवृत्ति है।
यह आगे प्रकाश में लाया गया है कि बार ने पहले न्यायमूर्ति दुबे से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात करके और वकीलों के सामने आने वाली कठिनाइयों को साझा करके कई मौखिक संचार का प्रयास किया था। इस मसले पर एसोसिएशन ने आम सभा की बैठक भी बुलाई थी। इसके बावजूद पत्र में कहा गया है कि जज के काम करने के तरीके में कोई सुधार नहीं हुआ।
पत्र में मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद रफीक से इस मुद्दे पर संज्ञान लेने और इस मुद्दे को हल करने के लिए उचित कदम उठाने का अनुरोध किया गया है।
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