
केंद्र सरकार ने सोमवार को न्यायमूर्ति अश्विनी कुमार मिश्रा को इलाहाबाद से पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय स्थानांतरित करने की अधिसूचना जारी की।
यह नियुक्ति 26 मई को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफ़ारिश के अनुरूप की गई।
न्यायमूर्ति मिश्रा ने किरोड़ीमल कॉलेज से अर्थशास्त्र में बीए (ऑनर्स) और दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस लॉ सेंटर से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने 8 मई, 1993 को अधिवक्ता के रूप में नामांकन कराया।
उन्होंने मुख्यतः सिविल, संवैधानिक और सेवा क़ानूनों में वकालत की। उन्होंने नोएडा, ग़ाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण, इलाहाबाद विकास प्राधिकरण, इफको, आईओसी और यूपी पावर कॉर्पोरेशन सहित कई वैधानिक निकायों के लिए अभिभाषक अधिवक्ता के रूप में कार्य किया। उन्हें राज्य सरकार द्वारा महत्वपूर्ण मामलों में वरिष्ठ अधिवक्ता भी नियुक्त किया गया था।
उन्हें 2013 में वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया था। उन्होंने 3 फ़रवरी, 2014 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में शपथ ली और 1 फ़रवरी, 2016 को स्थायी न्यायाधीश बनाए गए।
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