अगर वर्चुअल कार्यवाही के दौरान वकील अपना नाश्ता या दोपहर का भोजन जल्दी से खत्म कर देते हैं, तो यह पर्याप्त नहीं था, हाल ही में घटनाओं की वजह से वकीलों ने वीडियो पर सुप्रीम कोर्ट के समक्ष पेश होने के दौरान विरोधाभास देखा
11 अगस्त को, राजस्थान उच्च न्यायालय जब बसपा के छह विधायकों का कांग्रेस मे विलयलीकरण का मामला सुन रहे थे तब सीनियर अधिवक्ता राजीव धवन अपना हुक्का गुदगुदाते हुए पाये गए।
वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल द्वारा अपनी पेशी के बावजूद भी वरिष्ठ वकील हुक्का से कश लेते रहे।
आज, न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा की अध्यक्षता वाली बेंच ने देखा कि वर्चुअल सुनवाई के दौरान वकीलों में से एक तंबाकू (गुटखा) चबा रहा था।
जब कोर्ट ने उसे फटकार लगाई, तो वकील केवल नम्र भाव से "क्षमा” मांग सकता था।
"यह क्या है? हमने आपको देखा है। क्षमा मत मांगिए देखिए कि आप इसे भविष्य में नहीं दोहराएंगे। इसे पूरी तरह छोड़ दें।"
जस्टिस अरुण मिश्रा
कोविड-19 महामारी के दौरान अदालतों के समक्ष की गई वर्चुअल सुनवाई में कई प्रकरण देखे गए हैं जहाँ वकीलों को ऐसी हरकतें करते हुए पकड़ा गया है जो वे भौतिक सुनवाई के दौरान नहीं करते।
राजस्थान हाईकोर्ट ने एक नहीं, बल्कि दो बार, वकीलों को बेंच के समक्ष सभ्य रूप से उपस्थित होने के लिए कहा था।
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