
दिल्ली उच्च न्यायालय ने आज एक अंतरिम आदेश पारित कर तेलंगाना स्थित बैटरी निर्माण कंपनी डीबी डिक्सन बैटरी को अपने उत्पादों और विज्ञापनों में भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन की तस्वीरों का इस्तेमाल करने से रोक दिया।
यह मामला धवन और डीबी डिक्सन बैटरी के बीच हुए एंडोर्समेंट एग्रीमेंट से जुड़ा है। इस एग्रीमेंट के तहत बैटरी निर्माता को विज्ञापन और प्रचार सामग्री में धवन की छवि और ब्रांड वैल्यू का इस्तेमाल करने की अनुमति दी गई थी।
हालांकि, बाद में इस समझौते को लेकर विवाद खड़ा हो गया और धवन ने अब दावा किया है कि डीबी डिक्सन बैटरी अब उत्पादों और विज्ञापनों में उनकी छवि का उपयोग करने की हकदार नहीं है।
इसलिए उन्होंने न्यायालय से आग्रह किया कि जब तक विवाद का निपटारा मध्यस्थता द्वारा नहीं हो जाता, तब तक डीबी डिक्सन बैटरी को अपनी वेबसाइट, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और उत्पाद पैकेजिंग पर उनकी तस्वीरों का उपयोग करने से रोका जाए। उन्होंने मध्यस्थ की नियुक्ति के लिए भी प्रार्थना की है।
न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद ने आज धवन की याचिका पर डीबी डिक्सन बैटरी से जवाब मांगा।
अंतरिम राहत के रूप में, न्यायालय ने बैटरी विक्रेता को अगली सुनवाई की तारीख तक अपने उत्पादों या प्रचार के लिए धवन की तस्वीरों का उपयोग न करने का निर्देश दिया।
अधिवक्ता रिजवान ने आज अदालत में धवन का प्रतिनिधित्व किया और कहा कि डीबी डिक्सन बैटरी ने एंडोर्समेंट समझौते के तहत अपने दायित्वों का पालन नहीं किया, जिसके कारण धवन ने समझौता समाप्त कर दिया।
धवन के वकील ने कहा धवन ने डिक्सन बैटरी से अपने बकाया का भुगतान करने और उनकी छवियों का उपयोग बंद करने का अनुरोध किया। हालांकि, इसने उनकी छवियों और ब्रांड का अनधिकृत उपयोग जारी रखा।
उन्होंने कहा कि धवन को समझौते के तहत लगभग ₹30 लाख की राशि अभी भी नहीं मिली है।
वकील रिजवान ने तर्क दिया, "डिक्सन अभी भी मेरे नाम से उत्पाद बेच रहा है जैसे कि मैं उनका समर्थन कर रहा हूं।"
इस मामले की अगली सुनवाई 18 फरवरी, 2025 को होगी।
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Delhi High Court restrains unauthorised use of cricketer Shikhar Dhawan's image