दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय के खिलाफ एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लगाए गए बलात्कार के आरोपों को हटाने का आदेश दिया।
वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद नायर और नलिन कोहली न्यायमूर्ति विकास महाजन के समक्ष मालवीय की ओर से पेश हुए और तर्क दिया कि मालवीय एक प्रमुख राजनीतिक दल के आईटी सेल प्रमुख हैं और उन्होंने बड़ी मुश्किल से अपनी प्रतिष्ठा बनाई है।
नायर ने कहा, "इस तरह के बयान किसी के लिए नहीं दिए जा सकते... इससे हर दिन नुकसान हो रहा है। लाखों लोगों ने इसे देखा है।"
उन्होंने ट्वीट हटाने के लिए अंतरिम आदेश की मांग की और कहा कि आदेश दस्ती (हाथ से कोर्ट नोटिस की सेवा) के जरिए भी दिया जा सकता है।
न्यायमूर्ति महाजन ने सहमति जताते हुए कहा कि आदेश दस्ती के जरिए दिया जाएगा।
मालवीय ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर मानहानि का मुकदमा किया है। यह मुकदमा अधिवक्ता सुरजेंदु शंकर दास और एनी मित्तल के जरिए दायर किया गया है।
यह विवाद उत्तर प्रदेश के अयोध्या में एक सपा नेता पर लगे बलात्कार के आरोपों से जुड़ा है। इस मामले में सपा नेता मोईद खान और राजू खान नाम के एक अन्य व्यक्ति को आरोपी बताया जा रहा है।
3 अगस्त को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि डीएनए टेस्ट कराया जाना चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए, लेकिन अगर आरोप झूठे साबित होते हैं तो इसमें शामिल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
उसी दिन मालवीय ने यादव के ट्वीट का हवाला देते हुए पूछा कि वह डीएनए टेस्ट के जरिए क्या साबित करना चाहते हैं।
मालवीय ने कहा, "लेकिन अखिलेश यादव से इस तरह की घिनौनी राजनीति के अलावा और कुछ उम्मीद नहीं की जा सकती... आने वाले दिनों में जहां भी सपा जीतेगी, वहां हर गांव में पिछड़े समाज की बेटियों और बहुओं के साथ इस तरह के दुष्कर्म की खबरें आएंगी। सपा एक राजनीतिक पार्टी कम और अपराधियों का गिरोह ज्यादा है।"
सपा मीडिया सेल के ट्विटर हैंडल ने मालवीय पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और बलात्कार के आरोपी लोगों के साथ भाजपा नेताओं की तस्वीरों के साथ एक्स पर एक पोस्ट डाली।
इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आसाराम बापू (आसाराम पर बलात्कार का आरोप है) और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की स्वामी चिन्मयानंद (चिन्मयानंद पर बलात्कार का आरोप है) के साथ तस्वीर शामिल थी।
ट्वीट में आगे कहा गया कि ऐसी चर्चा थी कि मालवीय महिलाओं को अपने होटल में बुलाकर उनका बलात्कार करते थे और पुरुषों के साथ उनके "अवैध" संबंधों की बात करते थे।
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