वरिष्ठ अधिवक्ता गोपालकृष्ण कुरुप केरल के अगले महाधिवक्ता होंगे।
नवनिर्वाचित वाम मोर्चा मंत्रालय की कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया गया, जिसे गुरुवार को शपथ दिलाई गई।
वरिष्ठ अधिवक्ता टीए शाजी नए अभियोजन महानिदेशक होंगे
वरिष्ठ अधिवक्ता गोपालकृष्ण कुरुप का जन्म मई 1953 में हुआ था। उन्होंने 20 सितंबर 1976 को एक वकील के रूप में नामांकन किया।
उन्होंने 1976 में कोट्टायम में अपनी वकालत शुरू की और पूर्व विधायक व अधिवक्ता जॉर्ज दिवंगत एम थॉमस के चेम्बर से जुड़े थे। बाद में उन्होंने 1984 में अपनी प्रैक्टिस केरल हाईकोर्ट में शुरू कर दी। उन्होंने 1991 तक दिवंगत अधिवक्ता और पूर्व विधायक एन राघवकुरुप के कनिष्ठ के रूप में काम किया।
उन्होंने इससे पहले 1999-2001 के बीच केरल सरकार के लिए राज्य अभियोजक के रूप में कार्य किया है।
उन्होंने महात्मा गांधी विश्वविद्यालय (1998-2002), तिरुवनंतपुरम निगम (1993-1999), और कोचीन देवसोम बोर्ड (2008-2010) के लिए स्थायी वकील के रूप में भी काम किया है।
2005 में, उन्हें केरल उच्च न्यायालय अधिवक्ता संघ का अध्यक्ष चुना गया।
उन्हें 29 जुलाई, 2010 को एक वरिष्ठ अधिवक्ता नामित किया गया था।
पूर्व महाधिवक्ता, वरिष्ठ अधिवक्ता सीपी सुधाकर प्रसाद ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
और अधिक पढ़ने के लिए नीचे दिये गए लिंक पर क्लिक करें
Senior Advocate Gopalakrishna Kurup to be new Advocate General of Kerala