
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार को टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारतीय खिलाड़ियों के खास प्रदर्शन के मद्देनजर एलएलएम पाठ्यक्रम के लिए खेल कोटा प्रदान करने पर निर्णय लेने का निर्देश दिया है।
एकल-न्यायाधीश न्यायमूर्ति सौरभ श्याम शमशेरी ने एक कानून स्नातक द्वारा दायर याचिका पर यह आदेश पारित किया, जिसने विश्वविद्यालय में एलएलएम पाठ्यक्रम में खेल कोटा की अनुपस्थिति को उजागर करने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था।
अदालत ने निर्देश दिया, "अदालत ने निर्देश दिया कि रिट याचिका का निस्तारण दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के कुलसचिव को निर्देश के साथ किया जाता है कि ऐसे खिलाड़ियों को और अधिक सहायता प्रदान करने और विश्वविद्यालय एलएलएम के लिए खेल कोटा प्रदान करने का निर्णय खेल व्यक्तियों के हित में करेगा, यह देखते हुए कि इस देश के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बहुत अच्छा कर रहे हैं।"
याचिका जूही दुबे द्वारा दायर की गई थी, जो एक विश्वविद्यालय और राज्य स्तर की क्रिकेटर हैं और अपने पिछले एलएलबी पाठ्यक्रम के लिए खेल कोटा की लाभार्थी हैं, जिसे उन्होंने वर्ष 2020 में सफलतापूर्वक पूरा किया था।
उसने इस आधार पर अदालत का दरवाजा खटखटाया कि दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में एलएलएम (पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स) में प्रवेश के लिए ऐसा कोई कोटा नहीं है।
कोर्ट ने कहा कि विश्वविद्यालय से उम्मीद है कि ऐसे मेधावी खिलाड़ियों को पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में भी स्पोर्ट्स कोटे का लाभ दिया जाए।
कोर्ट ने कहा, "साथ ही, राज्य के साथ-साथ केंद्र सरकारें भी आने वाले खिलाड़ियों की मदद कर रही हैं और हमें उम्मीद है कि क्रिकेट सहित आगामी अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों में भी हमारे देश को अधिक पदक, पुरस्कार और ट्राफियां मिलेंगी।"
इस संबंध में कोर्ट ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम के सराहनीय प्रदर्शन की ओर इशारा किया।
आदेश मे कहा गया है कि, "भारतीय महिला क्रिकेट टीम में बारह अर्जुन पुरस्कार विजेता हैं, नवीनतम वर्ष 2020 में दीप्ति भगवान शर्मा हैं। मिताली राज को बीसीसीआई ने मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए नामांकित किया है। भारतीय महिला क्रिकेट टीम का प्रदर्शन असाधारण रहा। टीम वर्ष 2020 में विश्व टी-20 में उपविजेता रही थी और एक दिवसीय विश्व कप-2017 में भी वह उपविजेता रही थी। वर्तमान में अग्रणी महिला बल्लेबाज और विकेट लेने वाली महिला खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट टीम से हैं।"
ओलंपिक के प्रदर्शन के बारे में कोर्ट ने कहा कि यह असाधारण था।
कोर्ट ने कहा, "ओलंपिक -2020 में भारतीय टीम का खास प्रदर्शन पिछले चार दशकों में सर्वश्रेष्ठ है और भारत विश्व रैंकिंग में क्रमांक 48 पर और समग्र पदकों के मामले में क्रमांक 33 पर है। भारत के सात पदक विजेताओं (एक स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य) में से तीन महिलाएं (भारोत्तोलन में मीराबाई चानू-रजत, बैडमिंटन में पी.वी. सिंधु-कांस्य और मुक्केबाजी में लवलीना बोरगोहेन-कांस्य) हैं।"
तदनुसार, विश्वविद्यालय प्रशासन को स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम (एलएलएम) में खेल कोटा प्रदान करने पर निर्णय लेने के लिए कहा गया था।
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