सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को एक वकील पर आपत्ति जताई जो बिना शर्ट पहने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट के समक्ष उपस्थित हुआ, हाल के दिनों में इस तरह का यह दूसरा उदाहरण है
न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव की अध्यक्षता वाली पीठ ने उनके लापरवाह आचरण के लिए वकील को फटकार लगाई ।
जस्टिस राव ने पूछा "यह कैसा व्यवहार है? अब 8 महीने बाद भी तुम इतने लापरवाह हो?"
खंडपीठ, जिसमें न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता भी शामिल थे, बाल संरक्षण गृहों में कोविड-19 के प्रसार से संबंधित एक मुकदमे की सुनवाई कर रही थी।
यह दूसरी बार था जब कोई वकील अपनी शर्ट के बिना शीर्ष अदालत के समक्ष उपस्थित हो हुआ। अक्टूबर में एक वकील बिना शर्ट के दिखाई दिये जिसमे न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ ने फटकार उन्हे फटकार लगाई, जो उस मामले में खंडपीठ का नेतृत्व कर रहे थे।
वकील ने बाद में स्पष्ट किया था कि उन्होंने सुनवाई से पहले अपने कंप्यूटर कैमरे को बंद करके सभी सावधानी बरती थी क्योंकि वह विजयादशमी पर अपने बच्चे के धार्मिक समारोह में भाग ले रहे थे। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट कंट्रोल रूम ने उनके कैमरे को अपनी तरफ से चालू कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने जून 2020 में एक और वकील को फटकार लगाई, जो वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अपने बिस्तर पर लेटते हुए टी-शर्ट पहने दिखाई दिया। वकील ने बाद में बिना शर्त माफी मांग ली थी जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था।
और अधिक जानकारी के लिए नीचे दिये गए लिंक पर क्लिक करें
"What is this behaviour?" Supreme Court laments as another lawyer appears shirtless