पंजाब पुलिस द्वारा एक फर्जी मुठभेड़ की आशंका जताते हुए, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है और तिहाड़ जेल अधिकारियों को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी अन्य पुलिस राज्य पुलिस को सौंपे जाने से पहले अपने वकीलों को सूचित करने का निर्देश देने की मांग की है।
उन्होंने यह भी प्रार्थना की है कि किसी अन्य राज्य के पुलिस बल को सौंपे जाने से पहले उनके वकीलों को सूचित किया जाए।
दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद बिश्नोई ने अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि इस बात की प्रबल आशंका है कि पंजाब पुलिस उसकी हिरासत की मांग कर सकती है और फिर उसे फर्जी मुठभेड़ में मार सकती है।
याचिका में कहा गया है कि इससे उन्हें पिछले हफ्ते गायक और रैपर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद राजनीतिक लाभ मिलेगा।
याचिका मे कहा गया कि, "याचिकाकर्ता कथित आरोपी के रूप में निष्पक्ष और सच्ची जांच और निष्पक्ष सुनवाई के हकदार हैं और अभियोजन पक्ष से अपराध के मुकदमे में संतुलित भूमिका निभाने की उम्मीद की जाती है। जांच विवेकपूर्ण, निष्पक्ष, पारदर्शी और त्वरित होनी चाहिए और जांच अधिकारी किसी भी आरोपी व्यक्ति के जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।"
मूसेवाला (28) की पिछले सप्ताह हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब वह अपने स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन (एसयूवी) में यात्रा कर रहा था। पंजाब पुलिस ने कहा है कि बिश्नोई गिरोह हत्या में शामिल था और कनाडा के एक गैंगस्टर गोल्डी बरार ने इसका श्रेय लिया था। बराड़ को बिश्नोई का करीबी बताया जाता है।
याचिका विशाल चोपड़ा एंड एसोसिएट्स के माध्यम से दायर की गई है।
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