
आज सुबह दस नए न्यायाधीशों ने मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में शपथ ली, जिनमें पांच वकील और पांच न्यायिक अधिकारी शामिल हैं।
आज स्थायी न्यायाधीशों के रूप में शपथ लेने वाले न्यायाधीशों में न्यायमूर्ति पुष्पेंद्र यादव, आनंद सिंह बहरावत, अजय कुमार निरंकारी, जय कुमार पिल्लई, हिमांशु जोशी, रामकुमार चौबे और राजेश कुमार गुप्ता शामिल हैं।
इसके अलावा, न्यायमूर्ति आलोक अवस्थी, रत्नेश चंद्र सिंह बिसेन और भगवती प्रसाद शर्मा को दो वर्ष की अवधि के लिए उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई गई।
केंद्र सरकार ने इस महीने की शुरुआत में और इस वर्ष जनवरी में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिशों के बाद 28 जुलाई को उनकी नियुक्ति की अधिसूचना जारी की थी।
मध्य प्रदेश के महाधिवक्ता (एजी) प्रशांत सिंह उन वकीलों में शामिल थे जिन्होंने नवनियुक्त न्यायाधीशों का स्वागत करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में भाषण दिया।
उन्होंने कहा कि विधिक समुदाय इस बात से बेहद खुश है कि इतनी बड़ी संख्या में न्यायाधीश उच्च न्यायालय में शामिल हुए हैं।
उन्होंने न्यायमूर्ति पुष्पेंद्र यादव की पदोन्नति पर व्यक्तिगत प्रसन्नता भी व्यक्त की और बताया कि उन्होंने पहले भी नवनियुक्त न्यायाधीश के साथ मिलकर काम किया है।
न्यायमूर्ति यादव इससे पहले पैनल वकील, सरकारी वकील, उप-महाधिवक्ता, अतिरिक्त महाधिवक्ता और भारत के उप-सॉलिसिटर जनरल सहित विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके हैं। एजी सिंह ने कहा कि इससे उन्हें बार और बेंच, दोनों का विश्वास प्राप्त हुआ है।
नए शपथ ग्रहण करने वाले न्यायाधीशों में से, न्यायमूर्ति चौबे के नाम की सिफारिश इस वर्ष जनवरी में उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति के लिए की गई थी, जबकि शेष न्यायाधीशों की सिफारिश जुलाई में की गई थी।
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