
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के शोध छात्र शरजील इमाम ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए दो सप्ताह की अंतरिम जमानत की मांग करते हुए दिल्ली की एक अदालत का दरवाजा खटखटाया है।
इमाम ने कड़कड़डूमा कोर्ट के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (एएसजे) समीर बाजपेयी के समक्ष अंतरिम ज़मानत याचिका दायर की है, जो दिल्ली दंगों की साजिश के मामले की सुनवाई कर रहे हैं।
उन्होंने 15 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक ज़मानत मांगी है।
गौरतलब है कि इमाम पर नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों से जुड़े कई मामले दर्ज हैं। उन्हें अन्य मामलों में ज़मानत मिल चुकी है, लेकिन दिल्ली दंगों की साजिश के मामले में वे जेल में बंद हैं। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में यूएपीए (अवैध क़ानून) लगाया है।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने 2 सितंबर को उन्हें इस मामले में नियमित ज़मानत देने से इनकार कर दिया था। उस आदेश के खिलाफ उनकी अपील सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है।
अपनी अंतरिम ज़मानत याचिका में, इमाम ने कहा है कि वह एक "राजनीतिक कैदी और एक छात्र कार्यकर्ता" हैं।
याचिका में कहा गया है, "वह [इमाम] अपने गृह राज्य बिहार से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं, जो 10.10.2025 से 16.11.2025 तक दो चरणों में होने वाला है।"
इसमें आगे कहा गया है कि इमाम बहादुरगंज सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ना चाहते हैं।
और अधिक पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें
Sharjeel Imam moves Delhi court for 2 weeks' interim bail to contest Bihar elections