भारत में वकालत के पेश के कोविड-19 महामारी से प्रभावित होने के बावजूद विधि फर्म स्पाईस रूट लीगल ने 2021 के लिये अपने यहां कार्यरत अधिवक्ताओं के वेतन में वृद्धि की घोषणा की है।
परिवर्तित सालाना वेतन नये अधिवक्ता (एसोसिएट-1) के लिये 9.72 लाख रूपए से लेकर अनुभवी वरिष्ठ अधिवक्ताओं के लिये (सालाना बोनस सहित) 50 लाख रूपए से अधिक है।
फर्म की वेतन संरचना निम्न प्रकार से है:
बार एंड बेंच से इस बारे में बात करते हुये स्पाईस रूट लीगल के सह-संस्थापक प्रवीण राजू और साझेदार मैथ्यू चाको ने कहा,
‘‘ वेतन संरचना में बहुत बड़ा बदलाव नहीं किया गया है, यह वार्षिक वृद्धि है। यह एक साल था जिसमे हमने परिस्थितियों को अनुकूल होने की अपेक्षा नहीं की थी, लेकिन हमने काफी बेहतर किया और हमने अपनी फर्म के अधिवक्ताओं के साथ इसे साझा करने का निर्णय लिया।’’
चाको ने बताया कि उनकी फर्म को वास्तव में जून में महामारी की वजह से होने वाली आर्थिक मंदी का दंश नहीं सहना पड़ा।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी छोटी फर्म है जिसमे करीब 30 अधिवक्ता हैं और हमें करीब चार साल ही हुये हैं। पिछले कुछ सालों से जिस हिसाब से हम चल रहे थे, हम उसी दर से इस साल भी चलते रहे, इसी वजह से वास्तव में कोई विशेष असर नहीं हुआ।’’
महामारी की स्थिति के बावजूद अनेक विधि कंपनियों ने अपने अधिवक्ताओं को बोनस सहित वेतन देने का निर्णय लिया है।
त्रिलीगल ने भी ऐसा ही किया है ओर उसने अपने सभी अधिवक्ताओं के लिये उनके प्रदर्शन के आधार पर वृद्धि करने की घोषणा की है।
खेतना एंड कंपनी ने हाल ही में अपनेसभी अधिवक्ताओं के लिये पूर्ण बोनस जारी किया। इससे पहले, सायरिल अमरचंद मंगलदास और शारदुल अमरचंद मंगलदास ने भी अपने अधिवक्तओं के लिये बोनस जारी किया था।
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