
शार्दुल अमरचंद मंगलदास लॉ फर्म के पूर्व विवाद समाधान साझेदार तेजस करिया ने शुक्रवार को दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।
मुख्य न्यायाधीश देवेंद्र कुमार उपाध्याय ने पद की शपथ दिलाई। करिया की नियुक्ति के साथ ही हाईकोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या 39 हो गई।
करिया लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (एलएसई) से एलएलएम धारक हैं और उन्होंने पुणे के आईएलएस लॉ कॉलेज से एलएलबी किया है।
25 अक्टूबर, 2023 को हाईकोर्ट कॉलेजियम द्वारा और 29 अगस्त, 2024 को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा उन्हें पदोन्नति के लिए अनुशंसित किया गया था।
केंद्र सरकार ने 12 फरवरी को करिया की नियुक्ति को मंजूरी दे दी।
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम के प्रस्ताव के अनुसार, करिया एक डोमेन विशेषज्ञ हैं और उन्होंने मुख्य रूप से मध्यस्थता के क्षेत्र में अभ्यास किया है। प्रस्ताव में जोर दिया गया कि मध्यस्थता कानून पर मामलों की मात्रा को विशेष रूप से दिल्ली उच्च न्यायालय जैसी अदालत में विशेष रूप से संभालने की आवश्यकता होती है।
प्रस्ताव में कहा गया है कि हालांकि करिया की उच्च न्यायालय में उपस्थिति उतनी नहीं हो सकती जितनी कि उम्मीद की जाती है, लेकिन मध्यस्थ न्यायाधिकरणों के समक्ष महत्वपूर्ण मामलों में उनकी उपस्थिति इसकी भरपाई करती है।
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