
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने सोमवार को कहा कि कोलकाता में एक विधि छात्रा के साथ उसके कॉलेज में हुए सामूहिक बलात्कार की स्वतंत्र जांच की मांग करने वाले मामलों पर एक बार मामला दायर होने के बाद सुनवाई की जाएगी।
कई अधिवक्ताओं ने न्यायमूर्ति सौमेन सेन और न्यायमूर्ति स्मिता दास डे की खंडपीठ के समक्ष तत्काल सुनवाई के लिए मामले का उल्लेख किया।
अदालत ने उन्हें याचिका दायर करने और प्रतिवादियों को सौंपने के लिए कहा।
द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, 25 जून को साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज के सुरक्षा गार्ड रूम में प्रथम वर्ष की छात्रा के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया।
अधिकारियों ने विस्तृत जानकारी दिए बिना कहा कि पीड़िता की सरकारी अस्पताल में की गई मेडिकल जांच से उसके बयानों की पुष्टि हुई है।
अब तक चार आरोपियों - मनोजीत मिश्रा, प्रोमित मुखर्जी, जैद अहमद और कॉलेज गार्ड को कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
आरोप है कि मिश्रा ने छात्रा के साथ बलात्कार किया, जबकि अन्य दो ने उसे ब्लैकमेल करने के लिए वीडियो शूट किया।
मिश्रा के तृणमूल कांग्रेस की युवा शाखा से जुड़े होने की बात भी कही जा रही है।
उन्हें 27 जून को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
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Petitions in Calcutta High Court seek independent probe into gang rape of law student