कलकत्ता उच्च न्यायालय के समक्ष एक जनहित याचिका (PIL) दायर की गई है जिसमें आरोप लगाया गया है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री (सीएम) ममता बनर्जी की हवाई यात्राओं के दौरान एक से अधिक अवसरों पर उनके जीवन पर प्रयास किए गए हैं।
बिप्लब कुमार चौधरी द्वारा दायर याचिका में आरोप लगाया गया है कि बनर्जी की हत्या और राज्य को अस्थिर करने के लिए कई वर्षों से एक साजिश चल रही है।
याचिका में कहा गया है, "उसके जीवन पर बार-बार किए गए प्रयासों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है या इसे लापरवाही से नहीं लिया जा सकता है और अदालत द्वारा गठित एक विशेष एजेंसी द्वारा तत्काल जांच की आवश्यकता है।"
मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव और न्यायमूर्ति राजर्षि भारद्वाज की पीठ ने सोमवार को जब मामले की सुनवाई की तो केंद्र और राज्य सरकारों ने निर्देश लेने के लिए समय मांगा।
अदालत ने इसकी अनुमति दी और मामले को 25 अप्रैल के लिए स्थगित कर दिया।
इसलिए याचिकाकर्ता ने घटनाओं की जांच के लिए एक "स्वतंत्र" और "विशेष" एजेंसी की नियुक्ति की मांग की है।
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